Best 110+ Dosti Shayari in Hindi । बेस्ट दोस्ती शायरी हिंदी में

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Last updated on August 1st, 2023 at 02:29 am

Best Dosti Shayari in Hindi : दोस्ती वो नहीं जो जान देती है, दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती है, अरे सच्ची दोस्ती तो वो है.. जो पानी में गिरा हुआ आंसू भी पहचान लेता है।

तकदीर लिखने वाले एक एहसान करदे, मेरे दोस्त की तकदीर मैं एक और मुस्कान लिख दे , न मिले कभी दर्द उनको, तू चाहे तो उसकी किस्मत मैं मेरी जान लिख दे।
 
 
            दोस्त को दोस्त का इशारा याद हे, हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहता हे, कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो, वो अफ़साना मौत तक याद रहता हे।
 

             दोस्ती हर चेहरे की मीठी मुस्कान होती है, दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है, रूठ भी गए तो दिल पर मत लेना , क्योंकि दोस्ती जरा सी नादान होती है….!!!

 

    वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे , तुम्हें भुलकर जिऊ यह खुदा न करे, रहे तेरी दोस्ती मेरी जिंदगानी बनकर, यह बात और है जिंदगी वफा न करे

 

          दिन हुआ है तो रात भी होगी, हो मत उदास, कभी बात भी होगी, इतने प्यार से दोस्ती की है,जिंदगी रही तो मुलाकात भी होगी..

 

    एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं,ज़िंदगी के सफर मे संभाल कर चलना, एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है.

 

    गुलाब खिलते रहे ज़िंदगी की राह में, हँसी चमकती रहे आप की निगाह में. खुशी की लहर मिलें हर कदम पर आपको, देता है ये दिल दुआ बार-बार आपको.

 

        डरते है आग से कही जल न जाये, डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये, लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे, कहीं आप हमें भूल न जाये.

 

     दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू, आप भूल भी जाओ तो में हर पल याद करू, खुदा ने बस इतना सिखाया हे मुझे की खुद से पहले आपके लिए दुआ करू….

 

     देखी जो नब्ज मेरी, हँस कर बोला वो हकीम, जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ.. तेरे हर मर्ज की दवा वही है…

 

      किसी रोज़ याद न कर पाऊं तो खुदगर्ज़ न समझ लेना दोस्तों, दरसल छोटी सी इस उम्र में परेशानिया बहुत हैं, मैं भुला नहीं हूँ किसी को मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं ज़माने में, बस थोड़ी ज़िन्दगी उलझ पड़ी है दो वक़्त की रोटी कमाने में।

 
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      शाम – ए – महेफिल ! चलो कुछ पुराने दोस्तों के 👬 दरवाज़े खटखटाते हैं, देखते हैं उनके पँख थक चुके है, या अभी भी फड़फड़ाते हैं, हँसते हैं खिलखिलाकर, या होंठ बंद कर मुस्कुराते हैं, वो बता देतें हैं सारी आपबीती, या सिर्फ सफलताएं सुनाते हैं, हमारा चेहरा देख वो अपनेपन से मुस्कुराते हैं, या घड़ी की और देखकर हमें जाने का वक़्त बताते है, चलो कुछ पुराने दोस्तों के, दरवाज़े खटखटाते हैं !!

 

    करनी है खुदा से गुजारिश, तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले, हर जनम में मील दोस्त तेरे जैसा, या फिर कभी जिंदगी न मिले ।

 

     गुनाह करके सजा से डरते है, ज़हर पी के दवा से डरते है. दुश्मनी के सितम का खौफ नहीं हमे, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है .

 

    दोस्ती अच्छी हो तो रंग लाती है, दोस्ती गहरी हो तो सबको भाति है, दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है, पर… अगर दोस्ती अपने जैसी हो तो इतिहास बनाती है

 
     हर किसी कै किसमत मै ऐसा लिखा नही हौता.. हर मंजिल मै तैरै जैसा दोस्त का पाता नही मिलता.. मैरी तकदीर होगी कुछ खास.. वरना तैरै जैसा यार मुझे कहा मिलता…
 

    छोटे से दिल में गम बहुत है, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं, मार ही डालती कब की ये दुनियां हमें, कमबख्त दोस्तों की दुआओं में दम बहुत  है.

 

     गुनाह करके सजा से डरते हैं,ज़हर पी दवा से डरते हैं,दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है ।

 

     कौन कहता है कि दोस्ती बराबरी में होती है… सच तो ये है दोस्ती में सब बराबर होते है…!!

 

    सबसे अलग सबसे न्यारे हो आप, तारीफ कभी पूरी न हो इतने प्यारे हो आप, आज पता चला कि जमाना क्यों जलता है हमसे, क्यों कि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप…

 

     किस हद तक जाना है ये कौन जानता है, किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है, दोस्ती के दो पल जी भर जी ले, किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है…!

 
Dosti Shayari

Dosti Sad Shayari

 

     शायद फिर वो तकदीर मिल जाये के… वो हसीं पल मिल जाये, चल फिर से बैठें वो क्लास की लास्ट बेंच पे, शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएं ।

 

     दूरियों से फर्क पड़ता नहीं , बात तो दिलों की नज़दीकियों से होती है, दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है, वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है..

 
      बेशक कुछ वक्त का इंतजार मिला हमको, पर ऊस बेवफाई से बढ़कर यार मिला हमको, न रही तमन्ना किसी जन्नत की हमें ए दोस्त, तेरी दोस्ती से वो प्यार मिला हमको 
 

    कभी हमारी दोस्ती पर शक हो तो अकेले में एक सिक्का उछलना । अगर हेड आया तो हम दोस्त और अगर टेल आया तो… . . . . . . . पलट देना यार अकेले में कौन देखता है ।

 
     लोग दौलत देखते हैं , हम इज़्ज़त देखते हैं ; लोग मंज़िल देखते है ; हम सफ़र देखते है ; लोग दोस्त बनाते है, हम उसे निभाते है ।
 

     जब भी कोई दोस्त बीमार होता है तो रिश्तेदार ; कुछ नहीं होगा तुझे, समय पर दवाई लेते रहना, भगवान सब ठीक करेगा…. दोस्त: मर जा साले तू, मारने से पहले अपना Xbox मुझे दे दे यार,  पता है मेरे दादा जी भी ऐसे ही मरे थे।

 

     महक दोस्ती की इश्क़ से कम नहीं होता , इश्क़ से जिंदगी शुरू या खत्म नहीं होती,अगर साथ हो ज़िंदगी में अच्छे दोस्तों का, तो यह जिंदगी भी जन्नत से कम नहीं होती।

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     सब लोग मंज़िल को मुश्किल मानते हैं; हम तो मुश्किल को मंज़िल मानते है। बहुत बड़ा फर्क है सब में और हम में; सब जिंदगी को दोस्त और हम दोस्त को जिंदगी मानते हैं।

 

     कुछ रिश्ता अनजाने में बन जाते हैं; पहले दिल से फिर ज़िन्दगी से जुड़ जाते हैं; कहते हैं उस दौर को दोस्ती; जिसमे अनजाने न जाने कब अपने बन जाते हैं ।

 

     प्यार की मस्ती दुकान में नहीं बिकती, अच्छे दोस्तों की दोस्ती हर वक़्त नहीं मिलती, रखना सदा दोस्ती को दिल में सजाकर, क्योंकि यारी कभी गौरों से नहीं मिलती ।।

 

     ऐसा नहीं कि मुझमें कोई ऐब नहीं है, पर सच कहता हूँ मुझमें कोई फरेब नहीं है, जल जाते हैं मेरे अंदाज़ में मेरे दुश्मन, क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले !!!

 

    क्या फर्क है दोस्ति और मोहब्बत में, रहते तो दोनो दिल मे ही हैं।  लेकिन सिर्फ बस इतना है… बरसो बाद मिलने पर मोहब्बत नजर चुरा लेती है और दोस्त सीने से लगा लेते हैं ।

 

    अच्छे दोस्त सफ़ेद रंग जैसे होते हैं, सफेद में कोई भी रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है लेकिन दुनिया के सभी रंग मिलकर भी सफेद रंग नहीं बना सकते ।

 

    रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी; दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी; जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा; उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी ।

 

     आग लगी थी मेरे घर को एक सच्चे दोस्त ने पूछा, ‘क्या बचा है?’ मैने कहा, ‘में बच गया हूँ।’ उसने गले लगाकर कहा, ‘फिर जला ही क्या है?’

 

     अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं ; दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी कबूल हैं; हँस कर चल देंगे कांच के टुकड़ों पर भी; अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं ।

 

    दोस्त एक ऐसा चोर होता है, जो आंखों से आँसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायूसी, ज़िंदगी से दर्द और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले ।

 

     गुनाह करके सजा से डरते हैं, ज़हर पी के दवा से डरते हैं, दुश्मन के सितम का ख़ौफ नहीं हमें, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है ।

 
     ऐ दोस्त तुम पे लिखना कहाँ से शुरू करूँ; अदा से करूँ या हया से करूँ; तुम्हारी दोस्ती इतनी खूबसूरत है; पता नही हैं कि तारीफ ज़ुबाँ से करूँ या दुआ से करूँ ।
 

      दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है; किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है ; ये तो दिलों का वो ख़ूबसूरत एहसास है; जिसके दम से रौशन ये सारी  कायनात है ।

 
Dosti Shayari
 

Friendship Dosti Shayari

 

     रिश्तों की है यह दुनिया निराली; सब रिश्तों से प्यारी है यह दोस्ती तुम्हारी; मंज़ूर हैं आँसू भी आंखों में तुम्हारी; ऐ दोस्त अगर आ जाये होंठों पे मुस्कान तुम्हारी।

 
     ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे; अपने अपने हिस्से की दोस्ती निभायेंगे; बहुत अच्छा लगेगा ज़िंदगी का ये सफर; आप वहाँ से याद करना हम यहाँ से मुस्कुरायेंगे
 

     एक हसीन पल की ज़रूरत है हमे; बीते हुए कल की ज़रूरत है हमें; सारा ज़माना रुठ गया हमसे; जो कभी न रुठे ऐसे दोस्त की ज़रूरत है हमें ।

 

     फूल इसलिए अच्छे, क्योंकि खुशबू का पैगाम देते हैं; काँटे इसलिए अच्छे , की दामन थाम लेते हैं; दोस्त इसलिए अच्छे, की वो मुझ पर जान देते हैं; और दुश्मनों को कैसे खराब कह दूँ ; वो ही तो है, जो हर महफ़िल में मेरा नाम लेते हैं ।

 

    जो आसानी से मिले वो है धोखा; जो मुश्किल से मिले वो है इज़्ज़त; जो दिल से मिले वो है प्यार; और जो नसीब से मिले वो है दोस्त ।

 

     ज़िंदगी के तूफानों का साहिल है तेरी दोस्ती; दिल के अरमानों की मंजिल है तेरी दोस्ती; ज़िंदगी भी बन जाएगी अपनी तो जन्नत; अगर मौत आने तक साथ दे तेरी दोस्ती ।

 

     आपकी दोस्ती पे नाज़ है हमें; कल था जितना भरोसा उतना ही आज है हमें; दोस्ती वो नहीं जो खुशी में साथ दे; दोस्त वही जो हर पल अपनेपन का एहसास दे ।

 

     होंठों पे उल्फत के फ़साने नहीं आते; जो बीत गए फिर वो जमाने नहीं आते; दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द; कोई फरिश्ता यहाँ साथ निभाने नहीं आते ।

 

     दोस्ती होती नहीं भूल जाने के लिए; दोस्त मिलते नहीं बिखर जाने के लिए; दोस्ती करके खुश रहोगे इतना; की वक़्त ही नहीं मिलेगा, आंसू बहाने के लिए ।

 
     गुण मिलने पर शादी होती हैं; और अवगुण मिलने पर दोस्ती ! दोस्ती मुबारक!
 

     मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना; मेरी दोस्ती की क़ैद में जमानत नहीं होती।

 

     कितनी नन्ही से परिभाषा है दोस्ती की; मैं शब्द …. तुम अर्थ… तुम बिन मैं व्यर्थ ।

 

     यकीन पे यकीन दिलाते है दोस्त; राह चलते को बेवकूफ बनाते हैं दोस्त; शरबत बोल कर दारू पिलाते है दोस्त; पर कुछ भी करो साले बहुत याद आते हैं दोस्त।

 

     दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं; पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं; हमारे सच्चाई बस इस बात पर कायम है; की हमारी दोस्त हमसे भी अच्छे हैं ।

 

    प्यार करने वालों की किस्मत खराब होता है; हर वक़्त इम्तिहान की घड़ी साथ होती है; वक़्त मिले तो कभी रिश्तों की किताब खोल कर देखना; दोस्ती हर  रिश्ते से लाजवाब होता है ।

 
     होंठों पे उल्फ़त के फ़साने  नहीं आते; जो बीत गए फिर वो ज़माने याद नही आतें; दोस्त ही होते हैं दोस्तों की हमदर्द; कोई फरिश्ता यहाँ साथ निभाने नहीं आते ।
 
     रिश्तों में दूरियां तो अति रहती हैं; फिर भी दूरियां दिलों को मिला देती हैं; वो रिश्ता ही क्या जिसमें नाराज़गी ना हो; पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है।
 

    जिए हुए लम्हो को ज़िंदगी कहते है; जो दिल को सुकून दे, उसे खुशी करते हैं; जिसके होने की खुशी से ज़िंदगी मिले ; ऐसे रिश्तों को दोस्ती कहते हैं।

 

    कुछ रिश्ते अनजाने में बन जाते हैं; पहले दिल से फिर ज़िंदगी से जुड़ जाते हैं, कहते हैं उस दौर को दोस्ती; जिससे अनजाने न जाने कब अपने बन जाते हैं ।

 

   मेरे लिए मेरी जान तेरी दोस्ती; ज़िंदगी का हर अरमान है तेरी दोस्ती; न कोई गिला, न कोई शिकवा है किसी से; मुझ पर खुदा का एहसान है तेरी दोस्ती ।

 
Dosti Shayari

Dosti Shayari 2 Line

 

     प्रेमी और दोस्त में क्या फर्क है? प्रेमी कहता है,’तुम्हें कुछ हुआ तो मैं ज़िन्दा नहीं रहूंगा।’ और दोस्त कहता है,’जब तक मैं जिन्दा हूँ, तुम्हें कुछ नहीं होने दूँगा।’

 

     आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए; यह दिल है बेघर इसे एक घर चाहिए; यूँ साथ चलते रहे, ऐ दोस्त; यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए।

 

     सोचा न था कभी ऐसी दोस्ती होगी; साथ मेरे आप लोगों जैसी हस्ती होगी; जन्नत की गलियों के ख्वाब क्यों देंखु; अगर हम सारे दोस्त साथ होंगे तो हर हाल में भी मस्ती होगी।

 

     विश्वास की एक डोरी है दोस्ती ; विश्वास के बिना कोरी है दोस्ती; कभी थैंक्स तो काभी सॉरी है दोस्ती; ना मानो तो कुछ भी नही; पर मानो तो रब की भी कमज़ोरी है दोस्ती ।

 

    दोस्ती एक ऐसा चोर होता है; जो आँखों से आँसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायूसी, ज़िंदगी से दर्द, और बस चले तो हांथों की लकीरों से मौत तक छुपा ले ।

 

     आसमान से उतारी है, तारों से सजाई है; चाँद की चाँदनी से नेहलायी है; ये दोस्त ज़रा संभाल कर रखना यह दोस्ती; यह तो हमारी ज़िंदगी भर की कमाई है ।

 

     दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना; हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना; हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है; हम खुश रहें या न आप सदा यूँ ही मुस्कुराते रहना ।

 

     हम सतरंज नही खेलते क्योंकि ….. दुश्मनों की हमारे सामने बैठने की औकात नहीं, और दोस्तों के सामने हम चाल नही चलते ।

 

     भूलेंगे वो भुलाना जिनका काम है; मेरी तो दोस्ती के बीना गुज़रती नहीं शाम है; कैसे भूलूँ मैं उनको जो मेरी ज़िंदगी का दुसरा नाम है ।

 

     ज़िंदगी सुंदर है पर मुझे जीना नहीं आता; हर चीज में नशा है पर मुझे पीना नहीं आता; सब मेरे बिना जी सकते हैं, सिर्फ मुझे दोस्तों के बिना जीना नहीं आता ।

 

     दो अक्षर की ‘मौत’ और तीन अक्षर के ‘जीवन’ में, ढाई अक्षर का ‘दोस्त’ – हमेंशा बाज़ी मार जाता हैं!

 

     दोस्ती सुख और दुःख की पहचान होती है; दोस्ती दिल का सुकून और होठों की मुस्कान होती है; अगर रूठ भी गाए हो तुम तो मनायेंगे हम; क्योंकि रूठना और मनाना ही दोस्ती की शान होती है ।

 

     बिगड़ी हुई ज़िंदगी की बस इतनी सी कहानी है; कुछ बचपन से हम लोफर थे; बाकी कुछ आप जैसे दोस्तों की मेहरबानी है।

 

     ज़िंदगी के तूफानों का साहिल है तेरी दोस्ती; दिल के अरमानों की मंज़िल है तेरी दोस्ती; ज़िंदगी भी बन जाएगी अपनी तो जन्नत; अगर मौत आने तक साथ दे तेरी दोस्ती ।

 

     एक हसीन पल की ज़रूरत है हमें; बीते हुए कल की ज़रूरत हमें; सारा ज़माना रूठ गया है हमसे; जो कभी न रुठे ऐसे दोस्त की ज़रूरत है हमें ।

 

    दोस्ती फुल से करोगे तो महक जाओगे; शराब से करोगे तो बहक जाओगे; सावन से करोगे तो भीग जाओगे; हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे; और नहीं करोगे तो किधर जाओगे ।

 
     कुछ दोस्त ज़िंदगी में इस तरह शामिल हो जाती है; अगर भुलाना चाहो तो और याद आते है; बस जाते हैं वो दिल में इस तरह की; आँखें बंद करो तो भी वो सामने नज़र आते हैं ।
 
     इस दुनिया में दोस्त कम मिलेंगे; ज़िंदगी के हर मोड़ पे गम ही गम मिलेंगे; जहाँ दुनिया अपनी नज़र चुरा ले तुमसे; उसी मोड़ पे दोस्त खड़े मिलेंगे…
 

     आसमान से उतरी है, तारों से सजाई है; चांद की चांदनी से नेहलायी है; ऐ दोस्त, संभाल कर रखना ये दोस्ती; यही तो हमारी ज़िंदगी भर की कमाई है।

 

     दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है; दोस्त ना हो तो महफ़िल भी शमशान है; सारा खेल दोस्ती का है वरना; जनाज़ा और बारात एक समान है।

 
Dosti Shayari
 

Love Dosti Shayari 

 
     
खुशबू की तरह मेरी साँसों में रहना ; लहू बनके मेरी नस – नस में  बहना; दोस्ती होती है रिश्तें का अनमोल गहना; इसलिए दोस्त को कभी अलविदा न कहना।
 

    एक फूल कभी दो बार नहीं खिलता; ये जनम बार-बार नहीं मिलता; ज़िंदगी में तो मिल जाते हज़ारों लोग; पर सच्चा  दोस्त बार-बार नहीं मिलता।

 

     दोस्ती किसी से यूँ निभा लो; की उसके दिल के सारे ग़म चुरा लो; इतनी छाप छोड़ दो किसी पर दोस्ती की; कि खुदा भी हमें अपना दोस्त बना ले ।

 

     खुदा ने दोस्त को दोस्त से मिलवाया; दोस्तों के लिए दोस्ती का रिश्ता बनाया; फिर खुदा ने फरमाया की ; दोस्ती रहेगी उसकी कायम, जिसने दोस्ती को दिल से निभाया

 
     उम्मीदों को टूटने मत देना; इस दोस्ती को कम होने मत देना; दोस्त मिलेंगे हमसे भी अच्छे पर; इस दोस्त को यूँ ही भुला मत देना।
 

     मेरी हँसी का हिसाब कौन करेगा , मेरी गलती को माफ़ कौन करेगा; ऐ खुदा मेरे दोस्त को सलामत रखना; वरना मेरी खुशी में ‘लुंगी डांस ‘ कौन करेगा।

 

    दोस्ती कोई खोज नहीं होती; दोस्ती हर किसी से हर रोज़ नहीं होती; अपनी ज़िंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना; क्योंकि पलकें आंखोँ पर कभी बोझ नही होती ।

 

     दोस्ती से कीमती कोई जागीर नहीं होती ; दोस्ती से खूबसूरत कोई तस्बीर नहीं होती; दोस्ती यूँ तो कच्चा धागा है। मगर; इस धागे से मजबूत कोई जंजीर नहीं होती ।

 

     कल हो न हो आज तो है; आज हो न हो यह पल तो है; यह पल हो न हो हम तो है; हम हो न हो हमारी दोस्ती तो है।

 

     याद हमें रखना, चाहे पास हम न रहें; कयामत तक चलता रहे ये दोस्ती का सफ़र; दुआ करो रब से की कभी क़यामत न हो।

 

     कुछ फांसले सिर्फ आँखों से होते हैं; दिल के फांसले तो बातों में होते हैं, हम लाख कोशिश करें भुलाने की; पर कुछ दोस्त सांसों में बसे होते हैं ।

 

    कभी यह धड़कन आपसे जो भी कहे; फिर साँसों को भी उसकी ख़बर न हो; बहुत गहरा है हमारी दोस्ती का यह रिश्ता; दुआ करो कि इसको कभी किसी की नज़र न लगे।

 
    दोस्ती एक मिसाल है जहाँ कोई सरहद नहीं होती; ये वो शहर है जहाँ इमारतें नहीं होती;यहाँ तो सब रास्ते एक – दूसरे के निकलते हैं; ये वो अदालत है  जहाँ कोई शिकायत नहीं होती।
 

     तेरी दोस्ती में एक बहुत प्यारा सा नशा है; तभी तो यह सारी दुनिया हमसे  ख़फ़ा है; ना करो तुम हमसे इतनी दोस्ती; की दिल ही हमसे पूछे बता तेरी धड़कन कहाँ ।

 

    हर ग़म को खुशी में बदलती है दोस्ती; हर आंसू को हँसी में बदलती है दोस्ती; कुछ लोग समझ नहीं पाते; की अँधेरी रात का दिया है, दोस्ती।

 

    दोस्तो फूल नहीं जो मुरझा जाये; दोस्ती मौसम नहीं जो बदल जाये; दोस्ती तो धड़कन है जो चले तो सब कुछ; और अगर न चले तो कुछ भी नहीं।

 

     दोस्ती का रिश्ता कभी पुराना नहीं होता; इससे बड़ा कोई खज़ाना नहीं होता; दोस्ती तो प्यार से भी पवित्र है; क्योंकि इसमें कोई पागल या दीवाना नहीं होता।

 

     दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं; तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं; यूँ तो मिल जाता है हर कोई; मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं।

 
     बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो; धूप आये तो सरसों पीली न हो; ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि; तेरी याद आये और पलकें गीली न हों। 
 

     आसमान से तोड़ कर ‘तारा’ दिया है; आलाम ए तन्हाई में एक शरारा दिया है; मेरी ‘किस्मत’ भी ‘नाज़’ करती है मुझ पे; खुदा ने ‘दोस्त’ ही इतना प्यारा दिया है।

 

     बेशक थोड़ा इंतेज़ार मिला हमको; पर दूनीया का सबसे हसीं यार मिला हमको; न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की ; तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको।

 

    किस हद तक जाना है ये कौन जानता है; किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है; दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो; किस रोज़ बिछड़ जाना है ये कौन जानता है।

 

     अच्छा दोस्त तकिये के जैसा होता है; मुश्किल में सीने से लगा सकते हों; दुःख में उस पे रो सकते हैं; खुशी में गले लगा सकते हैं; और … . . . . . . गुस्से में लात भी मर सकते हैं।।

 

     आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए; दिल है बे-घर उसे एक घर चाहिए; बस यूँही साथ चलते रहो ऐ दोस्त; यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए।

 

     चाँद की दोस्ती, रात से सुबह तक; सूरज की दोस्ती, दिन से शाम तक; हमारी दोस्ती पहली मुलाकात से आखरी सांस तक।

 

     कौन होता है दोस्त ?  दोस्त वो जो बिन बुलाये आये; बेवजह हर वक्त सर खाए; हमेशा जेब खाली कर जाये; कभी सताए और कभी रुलाये; मगर हमेशा साथ निभाए।

 

     ज़िक्र हुआ जब खुदा की रहमतों का; हमने खुद को खुशनसीब पाया; तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की; खुदा खुद दोस्त बनकर चला आया।

 

     प्यार की कमी को पहचानते हैं हम; दुनिया के गमों को भी जानते हैं हम; आप जैसे दोस्त का सहारा है; तभी तो आज भी हंसकर जीना जनते है हम।

 

     कुछ खोये बिना हमने पाया है; कुछ मांगे बिना हमें मिला है; नाज़ है हमें अपनी तक़दीर पर; जिसने आप जैसे दोस्त से मिलाया है।

 
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