Best Heart Touching Gulzar Shayari in Hindi | गुलजार की शायरी

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Last updated on August 1st, 2023 at 02:06 am

Heart Touching Gulzar Shayari in Hindi : शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आप की कमी सी है. दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले, नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है

नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तों आज की इस पोस्ट मैं आपके लिए चुने हुए गुलजार साब की हार्ट टचिंग शायरियां लेकर आया हूं जो आपको जीवन को आत्मविश्वास से भर देंगी।
 
 
तुम्हारी ख़ुश्क सी आँखें भली नहीं लगतीं
वो सारी चीज़ें जो तुम को रुलाएँ, भेजी हैं
 
मुझे छोड़ कर वो खुश है तो सिकायत केसी,
अब्ब मैं उससे खुश ना देखु तो मोहबात केसी
 
जिन्हें वाकई बात करना आता है,
वो लोग‍ अक्सर खामोश रहते है
 
एक बार तो यूँ होगा कि थोड़ा सा सुकून होगा,
ना दिल में कसक होगी और ना सर पे जूनून होगा
 
लोग कहते है की खुश रहो
मगर मजाल है की रहने दे
 
थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है
 

तेरा 🤔ख्याल है जब ही ✌️तेरे ख्याल में मस्त हूँ ना😇 दिल❤️ लाख मोहब्बत 😍कर ले तुझसे पर🤔 तेरा तो दोस्त✌️ हूँ ना मैं🔥🔥

 
तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं
 
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं,
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
 

शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आप की कमी सी है. दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले, नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है

 
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शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है
 
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
 
वो उम्र कम कर रहा था मेरी
मैं साल अपने बढ़ा रहा था
 
दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए 
“कैसे हो?” बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए
 
बदल दिए है अब
हमने नाराज होने के तरीके,
रूठने के बजाय बस हल्के से
मुस्कुरा देते है
 
उधड़ी सी किसी फ़िल्म का एक सीन थी बारिश,
इस बार मिली मुझसे तो ग़मगीन थी बारिश!
कुछ लोगों ने रंग लूट लिए शहर में इस के,
जंगल से जो निकली थी वो रंगीन थी बारिश
 
नाराज 😔 हमेशा खुशियां😁 ही होती है¸🤨
गमों 😔के कभी इतने 🤔नखरे नही रहे😜
 

वो वक्त⏳ गुजर गया जब ✌️मुझे तेरी आरजू 💥थी, अब तो 🤝तू खुदा भी बन🤔 जाये तो मैं✌️ सजदा 😇ना करू

 
कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था
आज की दास्ताँ हमारी है
 
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा …
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा
 
Heart Touching Gulzar Shayari

Gulzar Heart Touching Shayari

 
थोडा है 🤔थोड़े की ज़रूरत 💫है,
🌎ज़िन्दगी फिर 😁भी यहाँ की😇 खुबसूरत है💫
 
तेरे 🤔जाने से तो कुछ🤨 बदला नहीं,😬
रात भी 🌃आयी और चाँद 🌛भी था, मगर नींद नहीं 😖
 
कोई न कोई रहबर रस्ता काट गया
जब भी अपनी रह चलने की कोशिश की
 
महफ़िल में 😇गले मिलकर वह 💫धीरे से कह गए🔥
यह दुनिया 🌎की रस्म है, इसे 💝मुहोब्बत मत समझ लेना🤩
 
बहुत छाले है उसके पैरों में ,
कमबख्त उसूलों पर चला होगा
 
सहम सी गयी है ख्वाइशे
ज़रूरतों ने शायद उन से
ऊँची आवाज़ में बात की होगी
 
टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँ,
में फिर से निखर जाना चाहता हूँ,
मानता हूँ मुश्किल हैं, लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँ
 
घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके
 

दरारे ✌️अपनो में इस😇 कदर न पड़ने😊 देना की मरम्मत✌️ के लिए गैरो 😲की जरुरत पड जाए😎

 
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं
 
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में,
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया
 
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते,
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
 
तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी, चाँद भी था, मगर नींद नहीं
 
ये कैसा रिश्ता हुआ इश्क में वफ़ा का भला,
तमाम उम्र में दो चार छ गिले भी नहीं
 
लोग कहते है की
खुश रहो
मगर मजाल है
की रहने दे
 
कभी ज़िन्दगी एक ⏳पल में गुज़र जाती है💫💫 कभी 😇ज़िन्दगी का एक⏳ पल नहीं गुज़रता
 
बेहिसाब हसरते ना पालिये,
जो मिला हैं उसे सम्भालिये
 
तजुर्बा बता रहा हूँ ऐ दोस्त दर्द, गम, डर जो भी है
बस तेरे अन्दर है, खुद के बनाए पिंजरे से निकल कर तो देख, तू भी एक सिकंदर है
 
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है और शौर भी है,
तूने देखा ही नहीं, आँखों में कुछ और भी है
 
मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?
नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत
 
Heart Touching Gulzar Shayari
 

Gulzar Shayari Heart Touching

 
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में, 
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया
 
बहुत छाले है उसके पैरों में ,
कमबख्त उसूलों पर चला होगा
 
तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई
शिकवा तो नहीं
तेरे बिना पर ज़िन्दगी भी लेकिन
ज़िन्दगी तो नहीं
 
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में, 
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया
 
दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा, 
इसका शायद कोई हल नहीं हैं
 
टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँ,
में फिर से निखर जाना चाहता हूँ,
मानता हूँ मुश्किल हैं,
लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँ
 
जो जाहिर करना पड़े,
वो दर्द कैसा,
और जो दर्द न समझ सके,
वो हमदर्द कैसा
 
आप के बाद हर घड़ी हम ने,
आप के साथ ही गुज़ारी है
 
रोई है किसी छत पे, अकेले ही में घुटकर,
उतरी जो लबों पर तो वो नमकीन थी बारिश
 

झूठे 🤔तेरे वादों पे☁️ बरस बिताये, ज़िन्दगी 😇 तो काटी,😇 ये रात कट जाए

 
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई
 
थोडा सा हँसा के थोडा सा रुला के,
पल ये भी जाने वाला हैं
 
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं
 
सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की,
मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर, 
कल का अख़बार था, बस देख लिया, रख भी दिया
 
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी,
और ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
 
इतना क्यों सिखाए जा रहे हो जिंदगी,
हमें कौन सी सदियां गुजारनी है यहां
 
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं
 
शाम से आँख में नमी सी है,
आज फिर आप की कमी सी है,
दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले,
नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है
 
तकलीफ़ ख़ुद ही कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं
 

थोड़ा 🤔सुकून भी ⏳ढूंढिए जनाब, यह ज़रूरतें ?? कभी ख़त्म 🔥न होंगी 💯

 
Heart Touching Gulzar Shayari

Heart Touching Gulzar Quotes

 
लकीरें हैं तो रहने दो,
किसी ने शायद रूठ कर गुस्से में खींच दी थी,
उन्ही को अब बनाओ पाला,
और आओ कबड्डी खेलते हैं
 
एक सपने के टूटकर चकना चूर हो जाने के बाद,
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं
 
म्र जाया कर दी लोगो ने
औरों में नुक्स निकालते निकालते
इतना खुद को तराशा होता
तो फरिश्ते बन जाते
 
एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है,
मैं ने हर करवट सोने की कोशिश की
 
समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो,
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना हो
 
आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
 
मैं चुप कराता हूं हर शब उमड़ती बारिश को
मगर ये रोज़ गई बात छेड़ देती है
 
पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता है,
भूल जात है कि आधा चाँद भी खूबसूरत होता है
 
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी रिहाई दी है
 
गुस्सा होकर भी फ़िक्र कराती है,
माँ मुझे मोहब्बत इस कदर करती है
 
एक सपने के टूट कर चकनाचूर हो जाने के बाद,
दूसरे सपने देखने के हौंसले को ज़िन्दगी कहते हैं
 
माफ़ करना ए ज़िन्दगी,
तुझे ही नहीं जी पा रहे हम
 
सलीका अदब का तो बरकरार रखिए जनाब,
रंजिशे अपनी जगह है सलाम अपनी जगह
 
इतने बुरे नहीं थे हम
जितने इलज़ाम लगाये लोगो ने,
कुछ किस्मत ख़राब थी
कुछ आग लगाई लोगो ने
 
पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता है,
भूल जात है कि आधा चाँद भी खूबसूरत होता है
 
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
 
थोडा है थोड़े की ज़रूरत है,
ज़िन्दगी फिर भी यहाँ की खुबसूरत है
 
गए थे सोचकर की बात
बचपन की होगी
मगर दोस्त मुझे अपनी
तरक्की सुनाने लगे
 
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं,
ये ताउम्र साथ चलते हैं…
जिस्मो के ख़ाक होने तक
 
Heart Touching Gulzar Shayari

Heart Touching Shayari By Gulzar 

 
नहीं करता मैं तेरी ज़िक्र किसी तीसरे से
तेरे बारे में बात सिर्फ़ ख़ुदा से होती है
 
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आंख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
 
चुप हो तो पत्थर ना समझना मुझे,
दिल पर असर हुआ है किसी अपने की बात का
 
ना राज़ है ज़िन्दगी
ना नाराज़ है ज़िन्दगी,
बस जो है, वो आज है ज़िन्दगी
 
जब मिला शिकवा अपनों से तो ख़ामोशी ही भलीं,
अब हर बात पर जंग हो यह जरुरी तो नहीं
 
तुझसे कोई शिकवा शिकायत नही है,
जिंदगी तूने जो भी दिया है वही बहुत है
 
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है
 
सीने में धड़कता जो हिस्सा हैं,
उसी का तो ये सारा किस्सा हैं
 
आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं,
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ
 
कैसे करें हम ख़ुद को
तेरे प्यार के काबिल,
जब हम बदलते हैं,
तो तुम शर्ते बदल देते हो
 
सेहमा सेहमा डरा सा रहता है
जाने क्यों जी भरा सा रहता है
 
आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
 
हाथ छूटें भी तो …
रिश्ते नहीं छोड़ा करते,
वक़्त की शाख़ से…
लम्हे नहीं तोड़ा करते
 
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई,
जैसे एहसान उतारता है कोई
 
कुछ ऐसे हो गए है इस दौर के रिश्ते,
आवाज अगर तुम ना दो तो बोलते वह भी नही
 
तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी, चाँद भी था, मगर नींद नहीं
 
मैं तेरे इश्क़ की छाँव में जलकर,
काला न पड़ जाऊं कहीं…
तू मुझे हुस्न की धूप का एक टुकड़ा दे
 
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे
 
जिस की आंखों में कटी थीं सदियां
उस ने सदियों की जुदाई दी है
 
दिल 💝में कुछ जलता🔥 है शायद, धुआँ💨 धुआँ सा लगता है ⭐आँख👀 में कुछ चुभता है 😇शायद, सपना सा🤔 कोई सुलगता है🤩
 
भीड़ काफी हुआ करती थी महफ़िल में मेरी..
फिर मैं “सच” बोलता गया और लोग उठते चले गए!
 
Heart Touching Gulzar Shayari in Hindi: आपको हमारे लिखे हुई गुलजार साब की शायरी कैसी लगी कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताना और अपनो दोस्तो से शेयर करना मत भूलना। Thank You For Visit and Read Our Blog ➡️ God Bless You ❤️🙏
 

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